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The Haryana Story | थम गया चुनाव प्रचार, आ गया वो दिन जिसका था बेसब्री से इंतज़ार

थम गया चुनाव प्रचार, आ गया वो दिन जिसका था बेसब्री से इंतज़ार

प्रचार के आखिरी दिन तक सभी पार्टियों ने प्रचार में अपना पूरा जोर लगा दिया। लगभग सभी पार्टी के दिग्गज नेताओं और हस्तियों ने चुनाव प्रचार में शामिल होकर अपने-अपने प्रत्याशियों के लिए वोट की अपील की

प्रतीकात्मक तस्वीर

विधानसभा चुनाव के लिए 3 अक्तूबर शाम 6 बजे प्रचार थम गया है और वो दिन आ गया जिस दिन का सबको बेसब्री से इंतजार था, चंद घंटों बाद सूर्य उदय होते ही मतदान प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी और 8 अक्टूबर को परिणामों की भी घोषणा हो जाएगी। प्रचार के आखिरी दिन तक सभी पार्टियों ने प्रचार में अपना पूरा जोर लगा दिया। लगभग सभी पार्टी के दिग्गज नेताओं और हस्तियों ने चुनाव प्रचार में शामिल होकर अपने-अपने प्रत्याशियों के लिए वोट की अपील की। सभी प्रत्याशी अपनी जीत का दावा पेश करते नज़र आए, खैर जीत किसकी होगी ये तो आने वाली 8 अक्तूबर ही बताएगी। 

भाजपा हैट्रिक लगाने की और कांग्रेस वापसी की उम्मीद के साथ चुनाव मैदान

गौरतलब है कि सभी पार्टी प्रत्याशी एवं निर्दलीय पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान उतरे और जी-जान से अपने लिए प्रचार किया, लेकिन सभी पार्टियों में से जो दो मुख्य पार्टियां उभर कर आई हैं। उनमें कांग्रेस और भाजपा शामिल हैं, जिसमें कुछ सीटों पर दोनों पार्टियों में कांटे की टक्कर नजर आ रही है। जहां हरियाणा में भाजपा हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में उतरी है तो वहीं दूसरी तरफ दो चुनाव से सत्ता से दूर कांग्रेस को वापसी की उम्मीद है। वहीं आम आदमी पार्टी भी चुनाव प्रचार में पूरा जोर लगा चुकी हैं। इसके साथ ही चुनाव में कुछ क्षेत्रीय पार्टियां जैसे कि जेजेपी, एएसपी, बसपा, आईएनएलडी मैदान में उतरी हुई हैं।

इन चेहरों पर टिकी हैं नजरें 

आपको बता दें, राज्य में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या दो करोड़ से ज्यादा है। वहीं लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा में चुनाव के लिए 20,629 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। आपको बता दें, इस चुनाव में 1031 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं जिनमें से कुल 101 महिलाएं हैं। वैसे तो हरियाणा की जनता को पूरे हरियाणा की सीटों पर नजर बनाये हुए है और हर तरफ के रुझानों पर चर्चा करते नजर आते हैं, लेकिन इस चुनाव में जिन चेहरों पर जनता की नजरे टिकी हैं, उनमें सीएम नायब सिंह सैनी, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अभय सिंह चौटाला, दुष्यंत चौटाला, अनिल विज, ओपी धनखड़, अनुराग ढंढा और विनेश फोगाट शामिल हैं। अगर बात करें, पिछले चुनाव की तो 2019 के चुनाव में भाजपा ने 40 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस ने दूसरे स्थान पर अपन छाप छोड़ी थी। 

दोनों ही पार्टियों ने महिला, युवा, किसान और गरीबों के विकास के लिए बड़े बड़े वादें किए

भाजपा ने डबल इंजन सरकार के काम और प्रदर्शन के आधार पर वोट मांगा तो वहीं कांग्रेस पर आरक्षण, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और परिवारवाद पर हमलावर रही और कांग्रेस ने भी भाजपा पर निशाना साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दोनों ही पार्टियों ने महिला, युवा, किसान और गरीबों के विकास के लिए बड़े बड़े वादें किए। भाजपा प्रत्याशियों के लिए जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, योगी आदित्यनाथ हेमा मालिनी सहित कई केंद्रीय मंत्रियों, कई प्रदेशों के मुख्य मंत्री वोट की अपील करने जनसभाओं में पहुंचे। खास बात यह रही कि भाजपा की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी ने कुल चार रैलियां हरियाणा में कीं।

वहीं कांग्रेस प्रत्यशियों के लिए राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़के, वीरेंद्र सहवाग प्रचार के लिए पहुंचे। वहीं स्थानीय दिग्गज नेताओं नायब सैनी, भूपेंद्र हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा, कुमारी सैलजा भी प्रचार में जुटे। वहीं प्रचार के आखिरी दिन राहुल गांधी और भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा ने कांग्रेस के लिए प्रचार कर लोगों से वोटों की अपील की, तो वहीं भाजपा की ओर से योगी आदित्यनाथ और नायब सिंह सैनी ने रैलियां की। जेजेपी के दुष्यंत चौटाला और आईएनएलडी के अभय सिंह चौटाला जैसे चेहरे भी आखिरी दिन प्रचार करते दिखे। 

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