loader
The Haryana Story | अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में 'सांध्यकालीन महाआरती' देखना सुखद अहसास : सीएम सैनी

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में 'सांध्यकालीन महाआरती' देखना सुखद अहसास : सीएम सैनी

शनिवार देर सायं ब्रह्मसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में महोत्सव के गीता महाआरती कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे मुख्यमंत्री

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की पावन धरा से पूरे विश्व को गीता के उपदेश दिए। इस पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश आज भी पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक है। इसलिए कुरुक्षेत्र का महत्व पूरे विश्व में है। इस पावन धरा पर हर वर्ष कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव और सभी संस्थाओं की तरफ से भी गीता महोत्सव को परम्परागत और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस सांध्यकालीन महाआरती को देखने पर सुखद अहसास होता है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी शनिवार को देर सायं ब्रह्मसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में महोत्सव के गीता महाआरती कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रुप में बोल रहे थे।

ब्रह्मसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की

इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, राज्यसभा सांसद सुभाष बराला, पर्यटन मंत्री डा. अरविंद शर्मा, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, नप की पूर्व अध्यक्षा उमा सुधा, भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील राणा, भाजपा नेता जयभगवान शर्मा डीडी, चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, जिप के उपाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, श्री भद्रकाली शक्तिपीठ के पीठाधीश सतपाल महाराज, प्राधिकरण के सदस्य सौरभ चौधरी, विजय नरुला, केडीबी सदस्य डा. ऋषिपाल मथाना, कैप्टन परमजीत सिंह, अशोक रोशा, एमके मोदगिल, युधिष्ठिर बहल ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर ब्रह्मसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रुप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया। 

गीता के श्लोकों का स्मरण करने से मन को शांति मिलती

इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पवित्र स्थली ज्योतिसर से पूरे विश्व को गीता का ज्ञान मिला। गीता में दिए ज्ञान में मानव की हर समस्या का समाधान निहित है।

गीता के श्लोकों का स्मरण करने से जहां मन को शांति मिलती है वहीं हमारे आध्यात्मिक ज्ञान में भी वृद्धि होती है। कुरुक्षेत्र स्थित ब्रहमसरोवर व सन्निहित सरोवर के जल के आचमन मात्र से ही मनुष्य को पापों से मुक्ति मिलती है। सूर्य ग्रहण, सोमवती अमावस्या, चौदस सहित अन्य धार्मिक अवसरों पर इन सरोवरों के पवित्र जल में स्नान करने से हजारों यज्ञों के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है। 

पूरी दुनिया को पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों से जुड़ने का मौका मिल रहा

पर्यटन मंत्री डा. अरविंद शर्मा ने प्रदेशवासियों को गीता जयंती की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया में केंद्र और प्रदेश सरकार के प्रयासों से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस महोत्सव को लेकर कार्यक्रमों का आयोजन लगातार किया जा रहा है, जिसके कारण पूरी दुनिया को पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों से जुड़ने का मौका मिल रहा है। 

उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा और सभी परियोजनाओं को निर्धारित समयावधि में पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। इस स्थल को पर्यटन स्थली के रुप में पूरी दुनिया जानेगी। इस प्रकार की योजनाओं को प्रदेश सरकार की तरफ से अमलीजामा पहनाया जाएगा। इस कार्यक्रम के अंत में केडीबी की तरफ से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

Join The Conversation Opens in a new tab
×