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The Haryana Story | NHM के निदेशक ने डॉक्टर्स-स्टाफ को लगाई लताड़, कहा- 'सुधर जाओ नहीं तो मुझे सुधारना आता है'

NHM के निदेशक ने डॉक्टर्स-स्टाफ को लगाई लताड़, कहा- 'सुधर जाओ नहीं तो मुझे सुधारना आता है'

निरीक्षण करने पहुंचे एनएचएम के निदेशक डॉ वीरेंद्र यादव नागरिक अस्पताल चरखी दादरी में मिला खामियों का अंबार, डॉक्टर व स्टाफ नर्स से उन्हीं के वर्क के बारे में किया सवाल तो नहीं दे पाए जवाब, निदेशक बोले जब तुम्हें अपने काम के बारे में ही नहीं पता तो कैसे करोगे मरीजों को ठीक

प्रतीकात्मक तस्वीर

चरखी दादरी एनएचएम निदेशक डॉ. वीरेंद्र यादव ने वीरवार को नागरिक अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान स्टाफ से उन्होंने सवाल पूछे तो वे बगले झांकने लगे। इतना ही नहीं, अस्पताल के विभिन्न कक्षों की व्यवस्थाओं में निदेशक को खामियां मिलीं और इन्हें लेकर उन्होंने स्टाफ को लताड़ लगाई। खास बात यह कि निदेशक ने अगले सप्ताह से दादरी नागरिक अस्पताल में अल्ट्रासाउंड सुविधा शुरू करने के निर्देश दे दिए।डॉ. विरेंद्र यादव दोपहर बाद 3:20 बजे नागरिक अस्पताल पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने एसएमओ कक्ष के पास निरीक्षण शुरू किया। 

बिजली की ओपन फिटिंग मिली

एसएमओ कार्यालय के साथ लगते कक्ष में ए-चार आकार के पेज पर सूचना चस्पा मिली। यह खामी निदेशक डॉ. विरेंद्र यादव ने पकड़ ली और ऐसा न करने के निर्देश दिए। इसके बाद निदेशक फार्मेसी सेंट्रल स्टोर पहुंचे। वहां बिजली की ओपन फिटिंग मिली। उन्होंने तत्काल शॉर्ट-सर्किट का हवाला देते फिटिंग अंडरग्राउंड कराने का आदेश दिया। इसके बाद निदेशक ने नागरिक अस्पताल में लगे लाउडस्पीकर की जांच की। फिर वह नागरिक अस्पताल के दवा स्टोर में पहुंचे तो उन्हें बायल प्लास्टिक के डिस्पोजल में रखी मिली। जबकि, यहां एक दवा एक्सपायरी तारीख की मिली। 

जंग लगे औजार मिले और इसे लेकर स्टाफ को लताड़ लगाई

हालांकि, यहां तैनात महिला कर्मचारी ने अगले तीन माह में एक्सपायर होने वाली दवाओं की सूची निदेशक को दिखाई। इसके बाद निदेशक ब्लड बैंक पहुंचे और शाम तक यहां आवश्यक सुविधाएं पूरी करवाकर फोटो उन्हें भेजने का आदेश दिया। यहां का निरीक्षण करने के बाद निदेशक ने शौचालय की जांच की और फिर छाती रोग विशेषज्ञ के कमरे में पहुंचे। निदेशक डॉ. विरेंद्र यादव अपने दोनों उप निदेशकों के साथ महिला रोग जांच कक्ष में पहुंचे। यहां महिला उप निदेशक को जंग लगे औजार मिले और इसे लेकर स्टाफ को लताड़ लगाई। इसके अलावा, यहां कुछ अन्य खामियां भी पाई गईं जबकि गायनी छुट्टी पर मिलीं। कमरा नंबर-22 स्थित टीकाकरण कक्ष में निदेशक पहुंचे। 

टीकाकरण और हाई रिस्क प्रेग्नेंसी को लेकर सवाल पूछे तो वे जवाब नहीं दे पाईं

यहां उन्होंने एईएफआई किट की जांच की। इस दौरान किट में एड्रलीन नामक जीवनरक्षा दवा ही नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने यहां तैनात दो महिला स्टाफ से टीकाकरण और हाई रिस्क प्रेग्नेंसी को लेकर सवाल पूछे तो वे जवाब नहीं दे पाईं। यहां तक कि एईएफआई की फुल फार्म भी वे नहीं बता पाईं।डॉ वीरेंद्र यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि निरीक्षण का मकसद व्यवस्थाओं में सुधार कराना है। जो खामियां मिली हैं, उन्हें दूर करने के निर्देश दे दिए हैं। अल्ट्रासाउंड सुविधा जल्द ही दादरी नागरिक अस्पताल में शुरू कर दी जाएगी। वहीं, स्टाफ को निर्देश दिए गए हैं कि व्यवस्थाओं में सुधार के बाद उनका फोटो भी भेजें।

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