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The Haryana Story | अनिल विज के जन्मदिन पर मिले फूल गुलदस्तों का होगा बेहतर इस्तेमाल, ट्रॉली भरकर कम्पोस्ट एरिया में पहुंचाए

अनिल विज के जन्मदिन पर मिले फूल गुलदस्तों का होगा बेहतर इस्तेमाल, ट्रॉली भरकर कम्पोस्ट एरिया में पहुंचाए

मंत्री अनिल विज ने अपने जन्मदिन पर मिली शुभकामनाओं के लिए सभी को धन्यवाद दिया और कहा, "हर संदेश ने मेरे चेहरे पर मुस्कान ला दी और मेरे दिन को और भी खास बना दिया''

हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज

हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज कुछ न कुछ अलग और अनोखा करने के लिए जाने जाते है, चाहे कोई योजना हो या बयान या किसी अधिकारी को लगानी हो फटकार, विज अपने अनोखे अंदाज़ से सुर्ख़ियों में रहते है। अभी 15 मार्च को अनिल विज का जन्म दिन था, जिस पर उनके समर्थकों और चाहने वालों ने खूब फूल और गुलदस्ते भेंट किये, लेकिन विज नहीं चाहते कि इन फूल गुलदस्तों को कहीं सड़क या कूड़े-कचरे के ढेर पर फेंका जाये, विज चाहते है कि लोगों की भावना का सही इस्तेमाल किया जाए।

इनसे बनने वाली खाद पौधों में डाली जाएगी

तो इसके चलते विज ने जन्मदिन पर भेंट किए गए फूलों का सार्थक उपयोग करने का फैसला लिया। जी हां, 15 मार्च को उनके जन्मदिन पर हजारों लोगों ने उन्हें गुलदस्ते भेंट किए थे, जिनसे अब कैंटोनमेंट बोर्ड खाद और अगरबत्ती बनाएगा। मंत्री अनिल विज ने इस पहल को पर्यावरण हितैषी कदम बताते हुए कहा, "हम नहीं चाहते कि ये फूल सड़कों पर फेंके जाएं। इनसे बनने वाली खाद पौधों में डाली जाएगी, जिससे नए फूल खिलेंगे और खुशबू बिखेरेंगे।"  सुबह कैंटोनमेंट बोर्ड के कर्मचारियों ने इन फूलों को इकट्ठा कर ट्रॉली भरकर तोपखाना स्थित कम्पोस्ट एरिया में पहुंचाया। वहां इन्हें कम्पोस्टिंग प्रक्रिया से गुजारकर जैविक खाद और अगरबत्ती बनाई जाएगी।

हरियाणा सहित अन्य राज्यों से भी हजारों प्रशंसकों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं

मंत्री अनिल विज ने अपने जन्मदिन पर मिली शुभकामनाओं के लिए सभी को धन्यवाद दिया और कहा, "हर संदेश ने मेरे चेहरे पर मुस्कान ला दी और मेरे दिन को और भी खास बना दिया। इतने सारे लोगों ने प्यार और आशीर्वाद दिया, इसके लिए मैं सभी का हृदय से आभारी हूं।" अनिल विज का जन्मदिन पूरे अंबाला में बड़े ही उत्सव और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हरियाणा सहित अन्य राज्यों से भी हजारों प्रशंसकों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। गुलदस्तों से खाद और अगरबत्ती बनाने की यह पहल सतत विकास और स्वच्छता को बढ़ावा देने का शानदार उदाहरण है। इससे न केवल अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि जैविक खाद से हरियाली भी फले-फूलेगी।

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