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The Haryana Story | रोहतक महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय बेल्ट रेसलिंग का हुआ शुभारंभ

रोहतक महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय बेल्ट रेसलिंग का हुआ शुभारंभ

इस बेल्ट रेसलिंग प्रतियोगिता में तीन देश के प्लेयर ले रहे हैं भाग, रशिया, उज़्बेकिस्तान से 26 -26 खिलाड़ी व इंडिया 40 ओलंपिक खिलाड़ी ले रहे हैं भाग

प्रतीकात्मक तस्वीर

रोहतक की महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के खेल स्टेडियम में तीन दिवसीय बेल्ट रेसलिंग प्रतियोगिता का शुभारंभ आज से हो गया है इस प्रतियोगिता में तीन देशों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं जिसमें रसिया, उज्बेकिस्तान के 26-26 खिलाड़ी है व भारत के 40 ओलंपिक खिलाड़ी हैं। प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य बेल्ट रेसलिंग को बढ़ावा देना है। यह प्रतियोगिता देश के अलग-अलग राज्यों में करवाई जाएगी।

इस प्रियोगिता मे तीन देशों के ओलंपियन खिलाड़ी भाग ले रहे हैं रशिया व उज़्बेकिस्तान से 26-26 खिलाड़ी और भारत से 40 खिलाड़ी शामिल है उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य यही है कि भारत देश में भी बेल्ट रेसलिंग को बढ़ावा मिले और खिलाड़ी ज्यादा से ज्यादा बेल्ट रेसलिंग में भाग ले इसीलिए हरियाणा के रोहतक में यह प्रतियोगिता करवाई जा रही है क्योंकि हरियाणा में ज्यादा रेसलिंग खिलाड़ी है उसके बाद यह प्रतियोगिता पंजाब में होगी और मई जून में रशिया और उज्बेकिस्तान में भी की जाएगी। 

ट्री नेशन शहीद ए आज़म भगत सिंह मेमोरियल बैल्ट रेसलिंग ऑफ इंडिया के चेयरमैन वरुण कश्यप ने बताया कि देश के महान सपूत शहीद भगत सिंह के शहीदी दिवस पर यह प्रतियोगिता महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय बैल्ट रेशलिंग प्रियोगिता करवाई जा रही है इस प्रतियोगिता का शुभारंभ आज से हो रहा है इस प्रतियोगिता में रसिया के उप राष्टपति रूस लालन खलीबा खिलाड़ियों को आशिर्वाद देने पहुँचे। 

वहां के खिलाड़ियों का अनुभव भारत के खिलाड़ियों के साथ सांझा हो सके और यहां के खिलाड़ियों का अनुभव वहां के खिलाड़ियों को मिल सके उन्होंने कहा कि बेल्ट रेसलिंग पर गेम रशिया और उज्केबिस्तान में खेला जाता है और इंडिया में इसका प्रमोशन चल रहा है ताकि यहां के खिलाड़ी भी इस खेल में बढ़-चढ़कर भाग ले सके वरुण कश्यप का कहना है कि देश की सरकार को भी और फेडरेशन की तरह बेल्ट रेसलिंग फेडरेशन भी बनानी चाहिए। 

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