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The Haryana Story | पानीपत के इतिहास में पहली बार होंगे अयोध्या की हनुमानगढ़ी के स्वरूप के दर्शन, अद्भुत होगी हनुमंत ध्वज रथ यात्रा

पानीपत के इतिहास में पहली बार होंगे अयोध्या की हनुमानगढ़ी के स्वरूप के दर्शन, अद्भुत होगी हनुमंत ध्वज रथ यात्रा

करनाल लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद संजय भाटिया ने कहा कि 101 स्थान पर किया जाएगा 51 फीट हनुमान ध्वज का अभिनंदन

प्रतीकात्मक तस्वीर

अवध धाम हनुमंत जन्मोत्सव समिति के संयोजक संजय अग्रवाल ने पानीपत के ऐतिहासिक किला मैदान से एक ऐतिहासिक शोभायात्रा की तैयारी के संदर्भ में आज एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में 12 अप्रैल को ऐतिहासिक किले से निकलने वाली शोभायात्रा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। इस मौके पर करनाल लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद संजय भाटिया ने कहा कि लोगों के अंदर बहुत उत्साह है कि नगर के अंदर हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष में शोभायात्राओं का आयोजन किया जा रहा है। नगर के सभी लोग धर्म-कर्म में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं।

हरिद्वार-वृंदावन से कम नहीं पानीपत नगर

पानीपत नगर हरिद्वार-वृंदावन से कम नहीं है, चूंकि यहां पर धार्मिक आयोजन हर समय और अलग-अलग स्थान पर बड़ी ही दिव्यता और कृतित्व से किए जाते हैं, जिसमें नगर के सभी लोग धर्म-कर्म में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं एवं धार्मिक आयोजनों को सफल भी करते हैं। पानीपत नगर की यही शोभा है कि पानीपत में रामनवमी के उपलक्ष में, हनुमान जयंती के उपलक्ष में कबीर जयंती के उपलक्ष में महर्षि वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष में परशुराम जयंती के उपलक्ष में विभिन्न कार्यक्रम नगर के अंदर विभिन्न स्थानों पर होते हैं और पूरा नगर जगह-जगह इन उत्सवों का भाईचारे के रूप में आनंद लेता है एवं मानता है।

101 स्थान पर 51 फीट हनुमान ध्वज का अभिनंदन किया जाएगा

पूर्व सांसद संजय भाटिया ने कहा कि 101 स्थान पर 51 फीट हनुमान ध्वज का अभिनंदन किया जाएगा। 151 फीट के हनुमंत ध्वज को विद्वान ब्राह्मणों के द्वारा एवं दाऊजी महाराज के सानिध्य में मंत्र उत्तरायण करके पहले पूजित एवं सिद्ध किया जाएगा। इसके बाद नगर परिक्रमा के लिए बालाजी के भक्ति ध्वज को लेकर यात्रा में हनुमान रथ के आगे-आगे चलेंगे। उन्होंने कहा पानीपत नगर के ऐतिहासिक किले से निकलने वाली हनुमंत ध्वज रथ यात्रा नगर में अद्भुत होगी। 

ऐतिहासिक क्षणों को अपने मन में और आंखों में कैद करके इतिहास को साक्षी भी बनाएंगे

इस अवसर पर श्री हनुमंत ध्वज रथ शोभायात्रा के संयोजक एवं श्री अवध धाम हनुमंत जन्मोत्सव  समिति के संयोजक प्रसिद्ध समाजसेवी संजय अग्रवाल ने बताया कि महिलाएं एक ही वेशभूषा में आकर मंगल कलश अपने सिर पर धारण करके नगर परिक्रमा के लिए निकलेंगी।

ऐसा पानीपत के इतिहास में पहली बार होगा की इतनी ज़्यादा अधिक संख्या में शोभायात्रा में महिलाएं अपने सिर पर कलश धारण करके निकली हों, इसके लिए विभिन्न संस्थाओं से इस विषय में बात भी की गई है। नगर की सभी धार्मिक-सामाजिक संस्थाएं ऐतिहासिक किले से निकलने वाली ऐतिहासिक यात्रा का अभिनंदन करेंगे और ऐतिहासिक क्षणों को अपने मन में और आंखों में कैद करके इतिहास को साक्षी भी बनाएंगे। 

किला मैदान को मेले का रूप देने की तैयारी की जा रही  

संजय अग्रवाल ने कहा कि व्यापारी 101 किलो मीठे चावल बनाकर भोग लगाएंगे, किला मैदान को मेले का रूप देने की तैयारी की जा रही है, ताकि इस यात्रा को और भी रोमांचित किया जा सके। बाजार के प्रधानों से संपर्क साधा जा रहा है। ताकि बाजार के श्रीप्रधान भी इस ऐतिहासिक छन से लाभान्वित हो सके जिन भी संस्थाओं से इस यात्रा को लेकर बात की जा रही है।

 सभी संस्थाएं इसमें पर चढ़कर हिस्सा लेंगे सफाई व्यवस्था का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा इसलिए एवं सुरक्षा की दृष्टि से भी नगर प्रशासन से भी इस विषय में हमारी आयोजन समिति की कोर कमेटी जाकर एक बैठक करेगी। ढोल मृदंग शहनाई एवं इस्कॉन की एक टोली भी हरे कृष्णा हरे राम जय श्री राम जय हनुमान का संगीत श्रद्धालुओं को सुना कर नित्य करने पर विवश कर देगी। इस्कॉन संस्था की बाहर से टोलियों इस यात्रा में सम्मिलित होंगे।

अयोध्या की हनुमानगढ़ी के स्वरूप के दर्शन पानीपत

वासियों को सहज रूप से हो पूरा वातावरण अयोध्या की हनुमानगढ़ी जैसा करने का प्रयास पूरा वातावरण अयोध्या के हनुमानगढ़ी जैसा करने पर भी हम लोग प्रयास कर रहे हैं। पानीपत के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि अयोध्या की हनुमानगढ़ी के स्वरूप के दर्शन पानीपत वासियों को सहज रूप से होगा, इसलिए पूरे नगर में बैठकें की जा रही है। एसी समाज और बी.सी समाज से भी पदाधिकारी से बात की जा रही है, ताकि इस समाज के लोगों को इस यात्रा में सम्मानित भागीदारी सुनिश्चित की जाए, महर्षि वाल्मीकि रामायण के अनुसार शबरी के बेर राम जी के द्वारा खाने के कथन को भी सत्य किया जा सके इस पर भी आयोजन समिति कार्य कर रही है। 

आयोजन को सफल बनाने के लिए अलग-अलग जिम्मेवारी दी की गई

इस अवसर पर यात्रा के सहसंयोजक सुरेंद्र गर्ग, डॉ. हेमा रमन, पार्षद नवल जिंदल, अवध धाम से पं. वेद पाराशर, गोपाल तायल, हवाई आटे के प्रधान विशाल वर्मा, वाल्मीकि समाज के प्रबुद्ध प्राण रत्नाकर पार्षद रोकी गहलोत ने भी विचार साझा किए। साथ ही ईशु गोयल सभी धार्मिक संस्थाओं से संपर्क करने की जिम्मेदारी दी गई है। 51 फीट का ध्वज बनाने का दायित्व प्रमोद मित्तल को दिया गया है। सभी को आज आयोजन को सफल बनाने के लिए अलग-अलग जिम्मेवारी दी की गई है। 

ये रहे मौजूद

अवसर पर समाजसेवी संजय अग्रवाल, पूर्व सांसद संजय भाटिया, मनीष जैन, पूर्व पार्षद सुरेंद्र गर्ग, प्रीतम गुर्जर विशाल वर्मा, नरेश वर्मा, डॉ  रमेश चुग, डॉ. हेमा रमन, गोपाल तायल, मनीष जैन, यश हुडिया प्रधान, प्राण रत्नाकर, अंजना गुर्जर पार्षद सुनील कंसल, प्रवेश मित्तल सुनील मित्तल, मुकेश मित्तल आदि मौजूद रहे। 

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