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The Haryana Story | पेरिस में 'प्रवासी हरियाणवियों' से सीएम सैनी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से की बात, कहा - 'अपने जन्मस्थान से जुड़े रहना चाहिए'

पेरिस में 'प्रवासी हरियाणवियों' से सीएम सैनी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से की बात, कहा - 'अपने जन्मस्थान से जुड़े रहना चाहिए'

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि भगवान श्रीराम हमारी संस्कृति, परंपरा और 'भारतीयता' के प्रतीक

प्रतीकात्मक तस्वीर

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि भगवान श्रीराम हमारी संस्कृति, परंपरा और ह्यभारतीयताह्ण के प्रतीक हैं। उनका जीवन हमें सत्य, धर्म, कर्तव्य और मर्यादा का मार्ग दिखाता है। वे हमारे प्रेरणा के स्रोत हैं। मुख्यमंत्री ने रामनवमी के अवसर पर फ्रांस के पेरिस में प्रवासी हरियाणवी समुदाय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। यह कार्यक्रम हरियाणा सरकार के विदेश सहयोग विभाग द्वारा आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री ने इस पावन पर्व पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देते हुए कहा कि पूरा देश भगवान राम के नाम से गुंजायमान है।

कश्मीर से कन्याकुमारी तक श्रीराम जन्मोत्सव की धूम है। चारों ओर भक्ति का अद्भुत वातावरण है। श्रीराम नाम की धुन और भजनों की गूंज हर दिशा में सुनाई दे रही है। केवल भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी करोड़ों श्रद्धालु इस पर्व अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास का मंत्र भी रामराज्य के आदर्शों को साकार करने का प्रयास है। यह हमारा सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री 14 अप्रैल को हिसार स्थित महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट से श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या के लिए हवाई सेवा का भी उद्घाटन करेंगे। को उत्साह और उमंग से मना रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राम नवमी हमें मयार्दा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों और जीवन मूल्यों को याद करने का अवसर देती है। भगवान राम से हम यह भी सीखते हैं कि अपने जन्मस्थान से जुड़े रहना चाहिए। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी कैसे धैर्य रखते हुए सत्य और कर्तव्य के मार्ग पर चला जाए। उनका व्यक्तित्व हमें पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करना सिखाता है। उनके आदर्श हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनकी जन्मभूमि अयोध्या हर भारतीय के लिए ऊर्जा का स्रोत है।

उन्होंने कहा कि अयोध्या में निर्मित भव्य, दिव्य और नव्य श्रीराम मंदिर भारत का गौरव है और देशवासियों की आस्था का केंद्र है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें अभी भी 22 जनवरी 2024 के वे दृश्य याद हैं, जब अयोध्या में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा के समय पूरा देश दिवाली मना रहा था। यह हमारे पुण्य कर्मों का ही फल है कि हम उस क्षण के साक्षी बने। राम नवमी का यह पर्व केवल भगवान राम के जन्म का उत्सव नहीं, बल्कि उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प भी है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन हमें सिखाता है कि सत्य के मार्ग पर चलने वालों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन अंतत: जीत सत्य की ही होती है। श्रीराम के आदर्श न केवल हमारे व्यक्तिगत जीवन में, बल्कि समाज और राष्ट्र निर्माण में भी मार्गदर्शक हैं। आज जब हम "विकसित हरियाणा-विकसित भारत" के निर्माण की दिशा में अग्रसर हैं, तो हमें भगवान श्रीराम के आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस राम नवमी पर हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि हम अपने समाज और राज्य में शांति, समृद्धि और सद्भाव के वातावरण को बरकरार रखेंगे। इस संवाद कार्यक्रम में विदेश सहयोग विभाग में सलाहकार पवन कुमार चौधरी, पेरिस में फर्स्ट सेक्रेटरी (समुदाय एवं छात्र कल्याण) श्रीमती वर्षा निम्बालकर, विश्व हिंदू परिषद फ्रांस के अध्यक्ष ललित शर्मा, विश्व हिंदू परिषद (अंतरराष्ट्रीय) के संयुक्त महासचिव और प्रमुख समन्वयक स्वामी विज्ञानानंद सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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