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The Haryana Story | 18 अप्रैल को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होगा 'भगवा त्रिशूल यात्रा' का विशाल महा आयोजन

18 अप्रैल को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होगा 'भगवा त्रिशूल यात्रा' का विशाल महा आयोजन

यात्रा विश्व रिकॉर्ड के साथ 25 दिन में 12 ज्योतिर्लिंग, चार धाम,12 शक्तिपीठ व 37 नदियों से होकर लगभग 13000 किलोमीटर की शुभयात्रा करके आश्रम पहुंची

सोनीपत विधायक निखिल मदान व डॉ नवीन नैन भालसी ने शामिल होकर पूजा व जलाभिषेक किया

अन्तरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद द्वारा आयोजित 120 त्रिशूलों की श्री श्री 1008 स्वामी दयानन्द सरस्वती महाराज के श्री राम कृष्ण साधना केन्द्र मुरथल आश्रम में नियमित चल रही महापूजन में सोनीपत विधायक निखिल मदान व अन्तरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन डॉ नवीन नैन भालसी ने शामिल होकर पूजा व जलाभिषेक किया। इस दौरान डॉ नवीन नैन भालसी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद द्वारा आयोजित यात्रा विश्व रिकॉर्ड के साथ 25 दिन में 12 ज्योतिर्लिंग, चार धाम,12 शक्तिपीठ व 37 नदियों से होकर लगभग 13000 किलोमीटर की शुभयात्रा करके आश्रम पहुंची है।

भगवा त्रिशूल यात्रा के 120 त्रिशूलों का पूजन 17 अप्रैल तक नियमित चलेगा

इस दौरान स्वामी दयानन्द सरस्वति महाराज ने बताया कि हमारे आराध्य ब्रह्मलीन सतगुरु प्रभुदत्त ब्रह्मचारी के आशीर्वाद से उन्ही की तपोस्थली झूसी प्रयागराज आश्रम में 144 वर्षों बाद आने वाले पावन पवित्र महाकुंभ में इस बार 108 त्रिशूलों का महापूजन 31 दिन तक करने के पश्चात एवं 12 त्रिशूलों के साथ 12 ज्योतिर्लिंग ,12 शक्तिपीठों एवं 4 धाम के दर्शन एवं महापूजा के पश्चात भगवा त्रिशूल यात्रा आपके अपने आश्रम श्री राम कृष्ण साधना केंद्र मुरथल, सोनीपत में 21 दिन के नियमित महा पूजन चल रहा हैं। अंतरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधन परिषद (IMPC) द्वारा आयोजित भगवा त्रिशूल यात्रा के 120 त्रिशूलों का पूजन 17 अप्रैल तक नियमित चलेगा व 28 मार्च से 21 दिन के लिए माँ आदि शक्ति और भगवान शिव का नियमित किया जा रहा है। 

त्रिशूल यात्रा अपने भव्य समापन के साथ इतिहास रचेगी

इस दौरान सोनीपत विधायक निखिल मदान ने बताया कि इस दिव्य यात्रा में भाग लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करके और 120 भगवा त्रिशूलों के विधिवत पूजन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ अंतरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधन परिषद द्वारा आयोजित यात्रा प्रयागराज के महाकुंभ में मौनी अमावस्या से आरंभ हुई थी, जहां संगम तट पर 31 दिनों तक 108 त्रिशूलों का नियमित अभिषेक किया गया, इसके पश्चात, यह यात्रा 1 मार्च से विशाल “भगवा त्रिशूल यात्रा” के तहत 120 त्रिशूलों के साथ देशभर के प्रमुख तीर्थ स्थलों से होते हुए दिल्ली होते हुए श्री राम कृष्ण राधा कृष्ण आश्रम मुरथल (सोनीपत) में पहुँची है।18 अप्रैल 2025 को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में सुप्रसिद्ध लोक गायक कैलाश खेर व शिव भजनों के साथ भगवा त्रिशूल यात्रा अपने भव्य समापन के साथ इतिहास रचेगी। 

समारोह में धर्माचार्य, संत-महात्मा, राजनेता और हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहेंगे

इस समारोह में धर्माचार्य, संत-महात्मा, राजनेता और हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहेंगे। इस विशेष पूजन, भजन-कीर्तन, प्रवचन और महाआरती का आयोजन किया जाएगा, जिससे सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार को और अधिक मजबूती मिलेगी। समापन समारोह को और भी भव्य बनाने के लिए प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर अपनी प्रस्तुति देंगे, वे शिव भजनों के माध्यम से पूरे वातावरण को शिव भक्ति में सराबोर कर देंगे, उनकी ओजस्वी और आध्यात्मिक गायकी से श्रद्धालुओं को अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त होगा और दिल्ली में एक अलौकिक शिवमय वातावरण का सृजन होगा।

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