
पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला के निधन के बाद हरियाणा की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले चौटाला परिवार में एक बार फिर विवाद छिड़ गया है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला ने पार्टी के पोस्टरों पर अपने पिता दिवंगत ओम प्रकाश चौटाला की फोटो लगाने का फैसला किया, जो पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। इस विवाद में यह बताना उचित होगा कि जेजेपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ओपी चौटाला की फोटो के साथ पार्टी का एक पोस्टर शेयर किया है। लेकिन इस फैसले का उनके छोटे भाई और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने कड़ा विरोध किया है।
अभय सिंह चौटाला ने कहा,वे उनका नाम और फोटो कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?"
अभय सिंह चौटाला ने अजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "जिन लोगों (अजय और उनके परिवार) ने इनेलो और ओम प्रकाश चौटाला को धोखा दिया, वे उनका नाम और फोटो कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?" अजय सिंह चौटाला के इस फैसले से चौटाला परिवार में पुराने मतभेद फिर उभर आए हैं और दरार और बढ़ गई है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अपने दादा और पूर्व उप प्रधानमंत्री स्वर्गीय देवीलाल की राजनीतिक विरासत के बाद अब पिता ओम प्रकाश चौटाला की लोकप्रियता और राजनीतिक कद का राजनीतिक फायदा उठाने की होड़ में दोनों भाइयों के परिवार आमने-सामने हैं।
परिवार में मतभेद लंबे समय से चल रहे
गौरतलब है कि चौटाला के निधन पर दोनों परिवार एक साथ दिखे, लेकिन राजनीतिक दूरी बनी रही। ओपी चौटाला का 89 वर्ष की आयु में 20 दिसंबर 2024 को निधन हो गया। इसके बाद पूर्व सीएम की अंतिम विदाई के मौके पर पूरा परिवार एक साथ नजर आया। ओम प्रकाश चौटाला हरियाणा की राजनीति में प्रभावशाली नेता के तौर पर जाने जाते हैं। पांच बार मुख्यमंत्री रहे चौटाला ने अपने गढ़ और जनाधार से हरियाणा की राजनीति में गहरी छाप छोड़ी। लेकिन उनके परिवार में मतभेद लंबे समय से चल रहे हैं। अजय सिंह चौटाला ने जब जेजेपी बनाई तो उन्होंने इनेलो से अलग होकर अपनी नई राजनीतिक पहचान बनाई।
अगर विवाद और बढ़ा तो इसका हरियाणा की राजनीतिक सियासत पर पड़ सकता है असर
वहीं अभय सिंह चौटाला इनेलो से जुड़े रहे और अपने पिता की राजनीतिक विरासत को संभालते रहे। अब जब अजय सिंह ने जेजेपी के पोस्टरों पर ओम प्रकाश चौटाला की फोटो लगाने की घोषणा की तो अभय सिंह चौटाला ने इसका कड़ा विरोध किया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद सिर्फ पारिवारिक ही नहीं, बल्कि राजनीतिक भी है। दोनों भाई ओम प्रकाश चौटाला की लोकप्रियता और उनके नाम का राजनीतिक फायदा अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टियों के लिए उठाने की फिराक में हैं। अगर विवाद और बढ़ा तो इसका असर हरियाणा की राजनीतिक सियासत पर पड़ सकता है।
अभय चौटाला ने धमकी भरे लहजे में कहा - जेजेपी का चौधरी ओम प्रकाश चौटाला से कोई लेना-देना नहीं
चौटाला परिवार में चल रही यह कलह प्रदेश की सियासत में नया मोड़ ला सकती है। अभय चौटाला की कड़ी प्रतिक्रिया हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी ओम प्रकाश चौटाला की राजनीतिक विरासत को लेकर चौटाला परिवार (अभय-अजय) के बीच रस्साकशी दिन-ब-दिन विकराल होती जा रही है। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) पहले भी कई मुद्दों को लेकर आमने सामने रहे हैं। अब चौधरी ओपी चौटाला को पार्टी में शामिल करने के मुद्दे पर इनेलो अध्यक्ष अभय चौटाला ने धमकी भरे लहजे में कहा है कि जेजेपी का चौधरी ओम प्रकाश चौटाला से कोई लेना-देना नहीं है और अगर इन लोगों ने ऑफिस में चौटाला का फोटो इस्तेमाल किया तो मेरे पैरों में जूत है।
अजय चौटाला ने कहा - हमारे मन में उनके लिए बहुत सम्मान और स्नेह
अभय चौटाला निरंतर कहते रहे हैं कि अजय चौटाला और जेजेपी की गद्दारी के चलते पूरा परिवार बिखरा। अजय बोले मैंने कभी अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया अभय सिंह चौटाला के बयान पर जेजेपी सुप्रीमो अजय चौटाला ने इनेलो नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि "जब तक चौधरी ओम प्रकाश चौटाला इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और वे जीवित थे, हमने (जेजेपी) कभी उनकी फोटो या उनके नाम का इस्तेमाल नहीं किया। यहां बैठे सभी लोगों ने देर-सवेर ओम प्रकाश चौटाला से ही राजनीति सीखी है और उनके साथ काम किया है। हमारे मन में उनके लिए बहुत सम्मान और स्नेह है।"
हमने कभी भी इस तरह की अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया : अजय चौटाला
अजय चौटाला ने कहा कि अलग-अलग राजनीतिक विचारधाराओं के चलते हम जेल में एक साथ रहते हुए भी अलग-अलग रास्ते पर चले गए, लेकिन हमें कभी इसका अफसोस नहीं हुआ। अभय द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों के बारे में अजय ने आगे कहा कि कुछ समय बाद मेरे छोटे भाई अभय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, लेकिन हमने कभी भी इस तरह की अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया। यह न तो मेरे खून में है और न ही मैंने अपने बड़ों से इसे सीखा है। उल्लेखनीय है कि बड़े बेटे अजय ने 2018 में इनेलो से अलग होकर 2019 में जेजेपी नाम से नई पार्टी बनाई थी। 2019 में हुए चुनावों के दौरान जेजेपी किंगमेकर की भूमिका में उभरी और 10 सीटें जीतकर भगवा भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई, जो केवल 40 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर सकी थी। अजय के बेटे दुष्यंत चौटाला (तब 31) ने उपमुख्यमंत्री का पद संभाला था।
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