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The Haryana Story | जेल प्रशासन की बड़ी चूक : करना था मारपीट के आरोपी बंदी को रिहा...कर दिया पाक्सो एक्ट में बंद आरोपी को !!

जेल प्रशासन की बड़ी चूक : करना था मारपीट के आरोपी बंदी को रिहा...कर दिया पाक्सो एक्ट में बंद आरोपी को !!

मिलते-जुलते नामों के कारण जेल प्रशासन से हो गई चूक

प्रतीकात्मक तस्वीर

फरीदाबाद के बल्ल्भगढ़ स्थित जिला जेल नीमका प्रशासन की बड़ी चूक सामने आई है। पाक्सो एक्ट के मामले में एक बंदी अपने ही मिलते-जुलते नाम के एक और बंदी को मिली जमानत को अपने लिए आदेश बता जेल से बाहर निकल आया और फरार हो गया। जेल प्रशासन ने थाना सदर में इस बाबत शिकायत देकर मामला दर्ज कराया है। फरार आरोपी पटना का मूल निवासी है. पुलिस अब उसकी तलाश कर रही है।

नितीश के खिलाफ पास्को की धाराओं में, नितेश के खिलाफ मारपीट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था

पटना के अंतर्गत आने वाले कल्याणपुर गांव, धाना पालीगंज का मूल निवासी निवासी नितीश पांडे पुत्र रविंद्र पांडे बल्लभगढ़ में राजीव कालोनी में परिवार के साथ रहता है। वर्ष 2021 में सेक्टर-58 थाना में उसके खिलाफ दुष्कर्म करने, जान से मारने की धमकी देने और पास्को की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। बाद में नीतीश को गिरफ्तार दर्ज जेल भेज दिया गया, तब से वह विचाराधीन कैदी के रूप में जेल में बंद था। इधर, 25 मई-2025 को जेल में नितेश पुत्र रविंद्र निवासी शास्त्री कालोनी ओल्ड फरीदाबाद भेजा गया था। नितेश के खिलाफ मारपीट की धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ था।

परिजन जिला जेल मिलने पहुंचे...तो खोजबीन शुरू हुई

26 मई को जिला अदालत के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी उपेंद्र सिंह ने मारपीट की धाराओं के मामले में बंद नितीश पुत्र रविंद्र को जमानत पर छोड़ने के आदेश जारी कर दिए। 28 मई को जब नीतीश पुत्र रविंद्र निवासी ओल्ड फरीदाबाद जमानत मिलने पर भी घर नहीं पहुंचा तो उसके परिजन जिला जेल पहुंचे और पूछताछ की तो जेल स्टाफ ने बताया कि उसे तो जमानत पर छोड़ने के आदेश की प्रति आने के बाद ही छोड़ दिया गया था, साथ ही इसकी जानकारी जेल अधीक्षक तक पहुंची तो खोजबीन शुरू हुई। 

तब पता चला कि मिलते-जुलते नाम का फायदा उठा कर नितीश पुत्र रविंद्र पांडे, जो दुष्कर्म व पाक्सो एक्ट में बंद था, वह जेल से बाहर निकल गया है। जेल अधीक्षक की शिकायत पर थाना सदर बल्लभगढ़ में नीतीश पुत्र रविंद्र पांडे निवासी पटना के खिलाफ धोखाधड़ी करने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। जेल प्रशासन ने नीतीश पुत्र रविंद्र निवासी ओल्ड फरीदाबाद के परिजनों द्वारा दस्तावेज दिखाने पर और कोर्ट की और से आए आदेशों की प्रति देखने के बाद नितेश को भी रिहा कर दिया।

जांच के बाद दोषी पर कार्रवाई होगी : मंत्री डॉ अरविन्द शर्मा

वहीं इस बारे में हरियाणा के जेल मंत्री डॉ अरविन्द शर्मा ने कहा कि मेरे संज्ञान में मामला नहीं है, पर ऐसा हुआ तो निश्चित रूप से यह कहीं न कहीं चूक तो है। जांच के बाद दोषी पर कार्रवाई होगी। 

यह जेल प्रशासन की लापरवाही : एडवोकेट

एडवोकेट विनीत मोहन बजाज ने कहा कि यह जेल प्रशासन की लापरवाही है। जेल प्रशासन के  पास बंदियों के फोटो होते हैं। नाम और पिता के नाम भले एक जैसे हों, लेकिन जमानत के दस्तावेज में थाना अलग-अलग, मामले अलग-अलग धाराओं के अंकित होते हैं। सभी का मिलान किया जाना चाहिए था। 

फरार आरोपित की तलाश शुरू

बल्लभगढ़ सदर थाना प्रभारी उमेश कुमार ने बताया कि जेल प्रशासन की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। किसी भी कर्मचारी की लापरवाही नहीं बताई है। फरार आरोपित की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस टीम विहार भी जा रही है। 

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