loader
The Haryana Story | 10वीं के छात्र ने किया मर्डर, दादा की बंदूक से अपने ही क्लासमेट को मारी गोली, एक साल पहले 'इस बात' पर हुआ था झगड़ा

10वीं के छात्र ने किया मर्डर, दादा की बंदूक से अपने ही क्लासमेट को मारी गोली, एक साल पहले 'इस बात' पर हुआ था झगड़ा

स्कूल में बैंच पर बैठने को लेकर हुई लड़ाई छात्र की मौत का कारण बन गई

मृतक दीक्षित

हरियाणा में दिनोंदिन क्राइम का ग्राफ बढ़ता जा रहा है, इस ग्राफ में बाल अपराध भी अपनी लगाह बनाता जा रहा है। आज नाबालिग बच्चे भी लूट, चोरी, नशा, दुष्कर्म और मर्डर जैसे जुर्म ही राह पर चल पड़ा है। ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला हरियाणा के हिसार जिले सामने आया है, जहाँ कैंट इलाके के पास गुरुवार को 10वीं कक्षा के छात्र की उसी की क्लास में पढ़ने वाले छात्र ने गोली मारकर हत्या कर दी। एक साल पहले स्कूल में बैंच पर बैठने को लेकर हुई लड़ाई छात्र की मौत का कारण बन गई। 

दीक्षित को कॉल की पर कॉल रिसीव नहीं की

परिजनों ने बताया कि उनका बेटा दीक्षित हांसी के निजी स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ता था और वीरवार को छुट्टी के कारण सुबह साढ़े छह बजे दीक्षित को दूध लेने भेजा था। दीक्षित एक्टिवा लेकर दूध लेने गया था और घर से मोबाइल फोन भी साथ लेकर गया था। सवा सात बजे दीक्षित ने कॉल करके कहा कि दूध ले लिया है और घर आ रहा है, लेकिन काफी देर तक भी जब वह घर नहीं लौटा तो उन्होंने फिर से दीक्षित को कॉल की पर कॉल रिसीव नहीं की। 

7:29 एक महिला ने फोन उठाया और कहा कि लड़के को गोली लगी है..

उसके बाद फिर से कॉल किया तो करीब 7:29 एक महिला ने फोन उठाया और कहा कि लड़के को गोली लगी है और तड़प रहा है। यह सुनते ही परिजन मौके पर पहुंचे और दीक्षित को उपचार के लिए शहर के जिंदल अस्पताल में लेकर गए, लेकिन यहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। दीक्षित अपने माता-पिता का इकलौता चिराग था उसकी एक बहन भी है। वहीं, हत्यारोपित किशोर भी माता-पिता का इकलौता बेटा है। 

आरोपी छात्र ने दादा की लाइसेंसी डोगा गन से दो गोली दीक्षित की कमर में मारी

आरोपी छात्र ने ने सातरोड खुर्द के रेलवे स्टेशन के सामने कच्चे रास्ते पर सहपाठी रहे मस्तनाथ कालोनी निवासी 14 वर्षीय दीक्षित की दो गोलियां मारकर हत्या कर दी। आरोपी छात्र ने अपने सेना से सेवानिवृत्त दादा की लाइसेंसी डोगा गन से दो गोली दीक्षित की कमर में मारी। पुलिस जांच में इस हत्या की वजह यह सामने आई है कि करीब एक साल पहले स्कूल में डेस्क पर बैठने को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था। 

बदला लेने के लिए आरोपी किशोर ने इस वारदात को अंजाम दिया

उसी का बदला लेने के लिए आरोपी किशोर ने इस वारदात को अंजाम दिया। वहीं को अंजाम देने के बाद हांसी निवासी किशोर फरार हो गया, लेकिन दोपहर बाद हत्या का केस दर्ज होने पर सीआइए टीम ने उसे पकड़कर राजकीय रेलवे पुलिस के हवाले कर दिया। बताया जा रहा है कि आरोपी और दीक्षित दसवीं कक्षा में सहपाठी थे। मूलरूप से चरखी दादरी के जिंझर गांव के रहने वाले और सेना से नायक के पद से सेवानिवृत्त प्रकाश अपने परिवार के साथ हिसार में सैनिक छावनी के सामने मस्तनाथ कालोनी में रहते हैं।

Join The Conversation Opens in a new tab
×