
हरियाणा सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में एक नया प्रयोग करते हुए जियो फेंसिंग आधारित हाजिरी प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत अब स्वास्थ्य कर्मचारियों को हाजिरी लगाने के लिए अपने कार्यस्थल के 500 मीटर के दायरे में रहना जरूरी होगा। बता दें कि जियो फेंसिंग आधारित हाजिरी प्रणाली का उद्देश्य शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावी ढंग से उपलब्ध करना है और स्वास्थ्य कर्मचारियों की उपस्थिति को पूरी तरह पारदर्शी बनाया जा सके।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कुमारी आरती सिंह राव के दूरदर्शी नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग ने विभाग में कार्यरत सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए जियो-फेंसिंग आधारित उपस्थिति प्रबंधन प्रणाली लागू करने की घोषणा की है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) हरियाणा द्वारा विकसित यह नई प्रणाली प्रबंधन में जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए बनाई गई है।
लोकेशन भी 500 मीटर के दायरे में होना अनिवार्य
कर्मचारियों को 'जियोफेंस्ड अटेंडेंस एचआरवाई' ऐप डाउनलोड करना होगा, जो गूगल प्ले स्टोर (एंड्रॉयड के लिए) और एप्पल ऐप स्टोर (आईओएस के लिए) से डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। इस नई पहल के तहत, सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन का वितरण पूरी तरह से जियो-फेंसिंग सिस्टम के डेटा पर आधारित होगा।
यह निर्णय विभाग द्वारा दक्षता में सुधार, कदाचार को रोकने और राज्य में स्वास्थ्य प्रणाली के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे निरंतर प्रयासों का हिस्सा है। अब इस सिस्टम के लागू होने के बाद जाहिर सी बात है कि कर्मचारी सिर्फ मोबाइल पर उपस्थिति नहीं लगाएंगे, बल्कि उनका मोबाइल का स्थान यानी लोकेशन भी 500 मीटर के दायरे में होना अनिवार्य होगा। यदि कोई कर्मचारी उस सीमा से बाहर है तो उसकी उपस्थिति स्वतः अमान्य मानी जाएगी।
डिजिटल इंडिया के विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने इस बात पर जोर दिया कि इस कदम से बेहतर सेवा वितरण और जवाबदेही सुनिश्चित होगी, जिसका लाभ अंतत: हरियाणा के लोगों को मिलेगा। जियो-फेंसिंग आधारित उपस्थिति प्रबंधन का कार्यान्वयन हमारे स्वास्थ्य प्रणाली में अनुशासन सुनिश्चित करने और दक्षता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
डिजिटल समाधानों को अपनाकर, हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक स्वास्थ्य अधिकारी हरियाणा के लोगों की सेवा के लिए जवाबदेह और प्रतिबद्ध रहे। उन्होंने बताया कि यह पहल डिजिटल इंडिया के विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहां कुशल, पारदर्शी और नागरिक-केंद्रित शासन देने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाता है।
नई प्रणाली का अनुपालन करने का निर्देश दिया
उन्होंने बताया कि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को नई प्रणाली का अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है। यह निर्णय एक बड़ा और तकनीकी कदम माना जा रहा है, जिससे अब हर सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में कर्मचारी की भौतिक उपस्थिति के साथ-साथ समय की पाबंदी भी पूरी तरह रिकॉर्ड की जाएगी और अगर किसी भी कर्मचारी ने यदि नियमों की उल्लंघना की तो उसकी जानकारी सीधे अधिकारियों तक पहुंचेगी। सरकार का यह कदम प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में बेहद जरूरी और दूरदर्शी निर्णय माना जा रहा है।
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