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The Haryana Story | जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल से गूंज उठा कुरुक्षेत्र, विभिन्न राज्यों की संगत ने किए ऐतिहासिक गुरुद्वारे में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दर्शन

जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल से गूंज उठा कुरुक्षेत्र, विभिन्न राज्यों की संगत ने किए ऐतिहासिक गुरुद्वारे में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दर्शन

श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी के प्रकाश पर्व पर सजाया महान नगर कीर्तन, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के समक्ष दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब व हरियाणा के अलग-अलग जिलों की संगत ने नवाया शीश

प्रतीकात्मक तस्वीर

मीरी-पीरी के मालिक धन-धन साहिब श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी महाराज के प्रकाश पर्व पर महान नगर कीर्तन ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी से सजाया गया। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज की छत्रछाया एवं पंज प्यारों की अगुवाई में सजाए गए इस महान नगर कीर्तन के दौरान बोले सो निहाल सत श्री अकाल और शबद कीर्तन की गूंज सुनाई देती रही। नगर कीर्तन में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के समक्ष शीश नवाने और सेवा करने के लिए संगत की भीड़ उमड़ी पड़ी।

नगर कीर्तन से पहले गुरु चरणों अरदास की गई और हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के प्रधान जत्थेदार जगदीश सिंह झींडा, कार्यकारिणी समिति मेंबर कुलदीप सिंह मुल्तानी, मेंबर इंद्रजीत सिंह, हरमनप्रीत सिंह, बलदेव सिंह हाबड़ी, गुरनाम सिंह लाडी व भूपिंदर सिंह लाडी, बीबी करतार कौर, बीबी जसबीर कौर मसाना, पूर्व कनिष्ठ उपप्रधान बीबी रविंदर कौर अजराना, पूर्व स्पोकसमैन कवलजीत सिंह अजराना, पूर्व मेंबर बेअंत सिंह, सुखजिंदर सिंह मसाना, धर्म प्रचार सचिव सरबजीत सिंह जम्मू, प्रधान साहिब के कार्यालय पीए एवं एडिशनल सैकेटरी सतपाल सिंह डाचर, अतिरिक्त सचिव राजपाल सिंह दुनिया माजरा, नरेंद्र सिंह, उप सचिव अमरिंदर सिंह, रूपिंदर सिंह, निजी सचिव शमशेर सिंह, गुरुद्वारा निरीक्षण शाखा के प्रभारी जज सिंह, मैनेजर हरमीत सिंह सहित भारी गिनती में संगत ने गुरुद्वारा साहिब में श्री दरबार साहिब में हाजिरी भरी।

संगत को संबोधित करते हुए हरियाणा कमेटी के प्रधान जत्थेदार जगदीश सिंह झींडा ने आह्वान किया कि सभी एकजुट होकर सेवा भाव से गुरु घर के लिए सहयोग करें। अपने बच्चों को नितनेम से जोड़ने के साथ-साथ ऐतिहासिक दिनों के इतिहास की पूरी जानकारी उन्हें दें। उन्होंने कहा कि हम सब को अपने बच्चों को ऐतिहासिक स्थलों के दर्शन भी करवाने चाहिए। बच्चों को दस्तार एवं गुरबाणी के महत्व से अवगत करवाना चाहिए। इसके उपरांत धर्मनगरी के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी से गुरु चरणों में अरदास के साथ महान नगर कीर्तन की शुरुआत शबद कीर्तन और बोले सो निहाल सत् श्री अकाल की गूंज के साथ हुई। भाई गुरदास सिंह ने गुरु चरणों में अरदास की।

भारी गिनती में संगत ने फूलों से सुसज्जित श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज की पालकी साहिब के समक्ष शीश नवाया। ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब से जैसे ही श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज की छत्रछाया और पंज प्यारों की अगुवाई में महान नगर कीर्तन आरंभ हुआ, तो नतमस्तक होने के लिए संगत का हुजूम उमड़ पड़ा। नगर कीर्तन में यूपी, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश और हरियाणा के अलग-अलग जिलों की संगत विशेष रूप से शामिल हुई, जबकि कुरुक्षेत्र जिला की संगत ने भी उत्साहपूर्वक परिवार समेत गुरु साहिब के समक्ष हाजिरी भरी तथा विभिन्न स्थानों पर ठंडे पानी, जलजीरा, कुल्फी और अन्य खाद्य पदार्थों के स्टाल लगाकर सेवा की।

यह नगर कीर्तन रेलवे रोड, कुटिया वाली गली, गुलजारी लाल नंदा मार्ग, थानेसर बस स्टैंड सहित अन्य  कई स्थानों से होते हुए गुरुद्वारा साहिब में संपन्न हुआ। समापन अवसर पर संगत ने रंग बिरंगी आतिशबाजी कर खुशी का इजहार किया। उधर आमजन और संगत को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए यातायात प्रबंध का मोर्चा स्वयं हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के कर्मचारियों ने संभाले रखा। नगर कीर्तन के साथ-साथ पूरे यातायात को सुचारू ढंग से चलाने और पंक्तिबद्ध संगत को लेकर चलने के लिए एचएसजीएमसी की टीम ने देर सायं तक यातायात की बागडोर संभाल कर रखी।

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