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The Haryana Story | आपातकाल के काले अध्याय का 50 वाँ वर्ष स्मरणोत्सव एवं प्रदर्शनी का आयोजन, लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिवारजनों को किया सम्मानित

आपातकाल के काले अध्याय का 50 वाँ वर्ष स्मरणोत्सव एवं प्रदर्शनी का आयोजन, लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिवारजनों को किया सम्मानित

आपातकाल के ऐतिहासिक दिन को याद करते हुए लोकतंत्र की रक्षा के प्रति संकल्प दोहराया गया

प्रतीकात्मक तस्वीर

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) रेवाड़ी द्वारा आज फ्यूजन होटल, बावल रोड पर "आपातकाल के काले अध्याय का 50वाँ वर्ष" के अवसर पर एक स्मरण कार्यक्रम एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में आपातकाल की घोषणा (25 जून 1975) के ऐतिहासिक दिन को याद करते हुए लोकतंत्र की रक्षा के प्रति संकल्प दोहराया गया।  

पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा तथा अमरपाल राणा ने शिरकत की

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा तथा अमरपाल राणा ने शिरकत की। उन्होंने आपातकाल के दौरान लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों, कार्यकर्ताओं और जनता के बलिदान को याद किया। मुख्य वक्ताओं ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आपातकाल (25 जून 1975 - 21 मार्च 1977) को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का "सबसे काला अध्याय" मानती है। 

लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिवार जनो को सम्मानित किया

भाजपा का मानना है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल ने संविधान, मौलिक अधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों का गंभीर उल्लंघन किया था। इस मौके पर रेवाड़ी जिला से लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिवार जनो को सम्मानित किया गया, जिन्होंने आपातकाल के समय में अत्याचार सहे थे जिनमे से ओम प्रकाश राजपाल, बुद्धदेव यादव, लक्ष्मी नारायण, पूरन चंद जी, कुलदीप कोहली, विजय गुप्ता की पत्नी पुष्पा गुप्ता, दशरथ चौहान के बेटे मृदुल चौहान, राधे श्याम के पोते साहिल प्रमुख रूप से रहे। 

इस अवसर पर एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई गई

जिलाध्यक्ष डॉ. वंदना पोपली  ने अपने ऊर्जावान संबोधन में कहा कि आपातकाल ने साबित किया कि भारत की जनता किसी भी तानाशाही को सहन नहीं करेगी। भाजपा उन सभी वीरों को नमन करती है जिन्होंने लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष किया।"  "आपातकाल का काला अध्याय भारतीय लोकतंत्र के लिए एक सबक है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। हमें संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सदैव सजग रहना होगा।" इस अवसर पर एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें आपातकाल से जुड़े ऐतिहासिक दस्तावेज़, तस्वीरें और पत्रकारिता के संघर्ष को दर्शाया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया।

ये रहे मौजूद 

इस मौके पर हुकुमचंद यादव, रामपाल यादव, प्रीतम चौहान, रत्नेश बंसल, सफाई आयोग के चेयरमैन कृष्ण कुमार, चेयरपर्सन पूनम यादव, सिंहराम महलावत, कार्यक्रम की जिला संयोजक सुमन चौहान, हिमांशु पालीवाल, कुलदीप चौहान, गौरव शर्मा, जतिन अरनेजा, धीरज यादव, प्रवीण शर्मा, परिशा शर्मा, मनोज सैनी, श्याम चुघ, राजेंद्र सिंघल, रमेश भालिया, मंडल अध्यक्ष हरीश, अजीत, नरेश सरपंच, दिनेश खोल, बलराज, गोपी लिसान, नीतू चौधरी, विद्यानन्द लाम्बा,  राममैहर यादव,कमल निम्बल, बलजीत यादव, रामदत्त भारद्वाज़, अमित यादव, एडवोकेट नरेश यादव, कृपा जैमिनी, सावन सैनी, नवीन शर्मा, मनीष यादव, दलीप शर्मा, चांदनी चांदना, कृपा जैमीनी, नीरू भारद्वाज, जयमाला कौशिक, रेखा शर्मा, अल्पना गोठवाल, अमृतकला टिकानिया, संजय बडगूजर, राजीव आहूजा, मुकेश सारवान्, शम्बू सैनी, रोशन लाल, जोगिंदर यादव,मीर सिंह एक्स सरपंच, योगेश शर्मा, कुमारी गीता, आशा माखीजा, सुनीता गुड़यानी, दीपा भारद्वाज़, दारा सिंह, आर के जाँगड़ा तथा वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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