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The Haryana Story | लोकसभा चुनाव को लेकर नेताओं में अपनी अपनी सीट को लेकर जद्दोजहद हुई तेज।

लोकसभा चुनाव को लेकर नेताओं में अपनी अपनी सीट को लेकर जद्दोजहद हुई तेज।

एक सीट के कई-कई दावेदार।

प्रतीकात्मक तस्वीर

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर नेताओं में अपनी अपनी सीट को लेकर जद्दोजहद तेज हो रही है। अलबत्ता एक सीट के कई-कई दावेदार होने के चलते नेताओं ने पहले से ही अपनी कुर्सी बचाने का बंदोबस्त करना शुरू कर दिया है। ऐसा ही कुछ सामने आ रहा है सिरसा लोकसभा सीट को लेकर। सिरसा से भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल ने मीडिया के सामने साफ कर दिया है कि वो सिरसा से ही अगला चुनाव लडेंगी।

सांसद सुनीता दुग्गल ने मीडिया को दिए बयान में स्पष्ट कर दिया कि हाल ही में भाजपा में शामिल हुए अशोक तंवर सिरसा से चुनाव नहीं लड़ेंगे। चूंकि वह तीन बार इस सीट पर चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं, अशोक तंवर ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी सीट पर दावेदारी नहीं कर रहे हैं।तंवर 2009 से 2014 तक सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद रह चुके हैं। हालांकि भाजपा जॉइनिंग से पहले तंवर ने कहा था कि वे टिकट की मंशा से भाजपा में नहीं जा रहे। वह पार्टी का मजदूर बनकर जा रहे हैं। पार्टी जहां कहेगी, वहां जाकर मजदूरी करेंगे। 

सांसद दुग्गल लगातार एक्टिव नजर आ रही हैं

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही अशोक तंवर भाजपा में शामिल हुए हैं। इसके बाद से ही सांसद सुनीता दुग्गल हर मोर्चे व पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय नजर आने लगी हैं। ऐसे में भाजपा पुराने चेहरों को चुनाव मैदान में उतारती है या नया चेहरा लाती है, यह दिलचस्प रहेगा। वहीं सुनीता दुग्गल ने हरियाणा की सिरसा सीट को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि सिरसा से मैं ही लोकसभा चुनाव लड़ूंगी, अशोक तंवर नहीं लड़ेंगे। हाल ही में आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए अशोक तंवर का मेरे पास फोन आया था, उन्होंने कहा है कि वह सिरसा से चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं, आप तैयारी करिए।

सांसद ने कहा कि अशोक तंवर 3 बार सिरसा से चुनाव लड़ चुके हैं, अब यहां से उनकी चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं है। उल्लेखनीय है कि अशोक तंवर 18 जनवरी को आप छोड़कर 20 जनवरी को भाजपा में शामिल हुए थे। वहीं राजनितिक गलियारों में चर्चा है कि भाजपा उन्हें सिरसा सीट से टिकट दे सकती है, जिसके बाद से सांसद दुग्गल लगातार एक्टिव नजर आ रही हैं।

कामराज भी इस बार सिरसा से भाजपा टिकट के दावेदारों में शामिल

वहीं दूसरी ओर सिरसा लोकसभा हलके में पूर्व आईपीएस अधिकारी वी. कामराज भी जोर शोर से जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। चूंकि कामराज भी इस बार यहां से भाजपा टिकट के दावेदारों में शामिल हैं। इन तमाम चर्चाओं के बीच मौजूदा सांसद सुनीता दुग्गल भी अपनी सीट बचाने के लिए एक्टिव हो गई हैं। उन्होंने पार्टी के सीनियर नेताओं से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। सांसद सुनीता दुग्गल ने हाल ही में उन्होंने नई दिल्ली में पार्टी के प्रदेश प्रभारी बिप्लब देब से मुलाकात की थी।

सता रहा सिरसा से अपना टिकट कटने का डर

सूत्रों के अनुसार कहीं ना कहीं सुनीता दुग्गल को सिरसा से अपना टिकट कटने का डर सता रहा है, जिसकी 3 बड़ी वजह हैं। पहली हाल ही में भाजपा के द्वारा कराए गए सर्वे में हरियाणा की 2 सीटें काफी कमजोर मिली हैं, इनमें एक सिरसा और दूसरी रोहतक है। क्षेत्र में उनकी सक्रियता काफी कम है। दूसरा- 2019 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सुनीता दुग्गल ने पूरे संसदीय हलके में धन्यवादी दौरे तक नहीं किए। तीसरी सबसे बड़ी वजह उनका रवैया है। सुनीता दुग्गल के रवैये और व्यवहार से सिरसा संसदीय हलके के लोगों के साथ-साथ भाजपा वर्करों में भी नाराजगी है।

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