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The Haryana Story | बुधवार के बाद  करेंगे किसान आगे की रणनीति तय

बुधवार के बाद  करेंगे किसान आगे की रणनीति तय

29 फरवरी तक टाला हुआ है दिल्ली कूच का फैसला 

प्रतीकात्मकतस्वीर

किसान आंदोलन मंगलवार को 15वें दिन में प्रवेश कर गया है, वहीं किसान दिल्ली कूच के आह्वान के तहत हरियाणा-पंजाब शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। इस बीच खनौरी बॉर्डर पर पंजाब के पटियाला जिले के अरनव गांव का रहने किसान करनैल सिंह की मौत हो गई है। सूत्रों के मुताबिक उन्हें सांस लेने में परेशानी थी, जिसके चलते उन्हें पटियाला के राजेंद्र हॉस्पिटल में दाखिल करवाया गया था। मंगलवार अलसुबह करीब तीन बजे उन्होंने दम तोड़ा। करनैल सिंह खनौरी बॉर्डर पर धरने पर बैठे थे। 

सर्विस लाइन खुलने से अब राहत

इस बीच दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे को हरियाणा के दो जिलों में आंशिक तौर पर खोला गया है जिससे आने-जाने वाले लोगों को राहत मिलेगी। वहीं, पंजाब के संगरूर में इंटरनेट बहाल कर दी गई है। उधर कुंडली-सिंधु बॉर्डर पर नेशनल हाईवे-44 की सर्विस लाइन को दिल्ली पुलिस ने वाहनों के लिए खोल दिया है। इस पर इलाके के लोगों ने खुशी जताई है। एक स्थानीय युवक ने कहा कि बंद के कारण पहले दिल्ली जाने के लिए कई घंटे लग जा रहे थे, लेकिन सर्विस लाइन खुलने से अब राहत है। 

बुधवार को किसान आगे की रणनीति तय करेंगे

कुरुक्षेत्र जिले में जीटी रोड पर (एनएच-44) एक तरफ का ट्रैफिक यात्रियों के लिए खोला गया है। शाहाबाद-मारकंडा में प्रशासन ने बैरिकेड्स लगाए थे, जिन्हें हटाया गया है। यह रास्ता दिल्ली से अंबाला जाने वाले यात्रियों के लिए उपलब्ध होगा। जलेबी पुल से होते हुए अब वाहन निकल रहे हैं। हालांकि अंबाला से दिल्ली जाने वाले मार्ग पर लगे अवरोध अभी जस के तस है। गौरतलब है कि किसानों ने फिलहाल, 29 फरवरी तक दिल्ली कूच का अपना फैसला टाला है। बुधवार के बाद किसान आगे की रणनीति तय करेंगे। वहीं, सोमवार को किसानों ने शांतिपूर्ण तरीके से जगह-जगह ट्रैक्टर मार्च निकाले। माहौल शांतिपूर्ण रहा।

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