
देश के कई राज्यों के किसान इस समय आंदोलनरत है। दिल्ली कूच टलने के बाद 27 दिन से किसान हरियाणा-पंजाब के बॉर्डरों पर धरना देकर प्रदर्शनरत हैं। आज किसानों ने रेलवे ट्रैक पर उतरने का ऐलान किया है। इसी कड़ी में पंजाब से हरियाणा तक आज 60 से ज्यादा जगह ट्रेनों का चक्का जाम किया जा सकता है। इसमें महिला किसान भी पीछे नहीं रहेंगी। किसान आज रविवार को 4 घंटे के लिए देशव्यापी रेल रोको आंदोलन करने जा रहे हैं। किसानों का रेल रोको विरोध दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच होगा। बताया जा रहा है कि किसान पंजाब में 22 जिलों में 52 जगहों पर ट्रैक जाम करेंगे। वहीं हरियाणा के सिरसा में 3 जगह रेलवे ट्रैक जाम करने की तैयारी है। किसान मजदूर मोर्चा के कोऑर्डिनेटर सरवन सिंह पंधेर ने उत्तर भारत के 30 जिलों में रेल रोकने का आह्वान किया है।
14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में महापंचाय
तरेलवे के अनुसार अंबाला मंडल में किसानों ने ट्रैक जाम करने के लिए 21 जगह को चुना है। जिसकी वजह से काफी ट्रेने प्रभावित होंगी। पुलिस के साथ अब रेलवे पुलिस फोर्स ने भी रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में महापंचायत रखी है। इसे किसान-मजदूर महापंचायत नाम दिया गया है। किसानों ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह एमएसपी को लेकर गंभीर नहीं हैं। सरकार के साथ अब तक की बैठक और अपनी मांगों को लेकर उन्होंने अपनी बातें रखी हैं।
रेल रोको विरोध प्रदर्शन से पहले सभी सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी
बताया जा रहा है कि राष्ट्रव्यापी रेल रोको आंदोलन में हरियाणा और पंजाब में लगभग 60 से अधिक स्थानों पर सैकड़ों किसान विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। ट्रेनों में कुछ व्यवधान पैदा होने की संभावना है। किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंढेर ने शनिवार को कहा था कि रेल रोको विरोध के दौरान सैकड़ों किसान फिरोजपुर, अमृतसर, रूपनगर, गुरदासपुर जिलों सहित पंजाब के कई स्थानों पर रेलवे पटरियों पर बैठेंगे। भारती किसान यूनियन (एकता उगराहां), भारती किसान यूनियन (दकौंदा-धनेर), क्रांतिकारी किसान यूनियन और किसानों के संगठन जो संयुक्त किसान मोर्चा का हिस्सा हैं, वह भी रेल रोको आंदोलन में भाग लेंगे। रेल रोको विरोध प्रदर्शन से पहले सभी सीमाओं पर सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है।
अंबाला जिले में धारा 144 लागू
वहीं हरियाणा में अधिकारियों ने बड़ी गड़बड़ी से बचने के लिए रविवार को अंबाला जिले में धारा 144 लागू कर दी। राज्य में तनावग्रस्त इलाकों में भी पुलिस की तैनाती की गई है। विरोध प्रदर्शन से आज शहरों के बीच और राज्य ट्रेन शेड्यूल प्रभावित होने की संभावना है। पिछले माह किसानों के पटरियों पर धरना देने के कारण दिल्ली-अमृतसर मार्ग पर कई ट्रेनें देरी से चलीं। रेल रोको विरोध का आह्वान करने वाले किसान नेता सरवन सिंह पंढ़ेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल का कहना है कि किसान मौजूदा विरोध जगहों पर अपना आंदोलन तब तक तेज करेंगे, जब तक केंद्र उनकी मांगें पूरी नहीं कर लेता।
माता-बहनों से भी रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने की अपील
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने की अपील करते हुए कहा कि रेलवे स्टेशन और फाटक पर ही रेल रोकनी है, क्योंकि अगर बीच ट्रैक पर बैठेंगे तो नुकसान हो सकता है। यह सांकेतिक आंदोलन रहेगा। पंधेर ने आगे कहा कि मोदी सरकार कह रही है कि यह आंदोलन पंजाब का है। सरकार को अब पता लग जाएगा कि यह आंदोलन किसका है। पंधेर ने माता-बहनों से भी रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने की अपील की है।
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