
हरियाणा के कैथल और अन्य जिलों के युवा अभी भी रूस में फंसे हुए हैं। इन नौजवानों के परिजन सोमवार को कैथल के किसान भवन में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व राज्य सभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला से मिलने पहुंचे। कांग्रेस नेत्री श्वेता ढुल के साथ परिजनों ने सुरजेवाला को व्यथा सुनाई। अकेले मटौर गांव के 6 युवक वहां फंसे हुए हैं।
परिजनों ने सुरजेवाला को बताया कि मटौर के छह युवा, एक फतेहाबाद और एक करनाल का युवक को रूस की सेना में जबरदस्ती काम लिया जा रहा है। उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। भाजपा सरकार और उनके नुमाइंदे इसमें कोई मदद नहीं कर रहे। अब सिर्फ सुरजेवाला से ही उम्मीद बाकी है।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने युवकों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए विदेश मंत्री जयशंकर को तुरंत पत्र लिखा व उनसे मिलने के लिए समय मांगा। उन्होंने कहा कि वे यूक्रेन के रूसी कब्जे वाले क्षेत्र से हरियाणा के युवाओं को वापस लाने के लिए एक अत्यधिक मानवीय संकट में तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हैं।
सुरजेवाला ने बताया कि पिछले 15 दिनों से ये सभी लड़के यूक्रेन के डोनेट्स्क शहर में थे और रूसी सेना द्वारा उन्हें युद्ध के मोर्चे पर जबरन सेवा दी जा रही थी। वे अमानवीय परिस्थितियों में रह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर बेरोजगारी के कारण और काम खोजने के किसी भी अवसर के अभाव में, इन लड़कों को रूस में परिवहन नौकरी के लिए 8 से 10 लाख रुपए का भुगतान करना पड़ा। अंत में एजेंट अंकित ने गांव मटौर के युवाओं को पर्यटक वीजा पर मास्को भेजा और जबरन उन्हें मोर्चे पर भेज दिया।
रणदीप सुरजेवाला ने विदेश मंत्री को पत्र में कहा कि इन हरियाणा के युवाओं को वहां से निकालना एक अत्यधिक मानवीय संकट है और इसके लिए तत्काल हस्तक्षेप की जरूरत है। उन्होंने भरोसा जताया कि विदेश मंत्रालय इस मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई करेगा और इन युवाओं को वहां से सुरक्षित घर लाएगा।
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