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The Haryana Story | हरियाणा के हर जिले में बनाए जा रहे 'इनोवेशन हब'...जीवन के हर क्षेत्र और विकास के हर पहलू में ए.आई. का बड़ा महत्व : सीएम सैनी

हरियाणा के हर जिले में बनाए जा रहे 'इनोवेशन हब'...जीवन के हर क्षेत्र और विकास के हर पहलू में ए.आई. का बड़ा महत्व : सीएम सैनी

समृद्ध एवं महान भारत 'इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस विजन 2047' को सम्बोधित कर रहे थे मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि नवाचार आज की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ ने का एक मूलमंत्र है। एआई, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स, नवीकरणीय ऊर्जा और बायोटेक जैसे क्षेत्र नए भारत के उभरते स्तंभ हैं। हरियाणा ने भी एक मजबूत नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री पूसा भवन नई दिल्ली में आयोजित समृद्ध एवं महान भारत 'इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस विजन 2047' को (तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन) संबोधित कर रहे थे।

भारत 10 वर्षों के अंदर तीव्र गति से विकास की ओर बढ़ा

मुख्यमंत्री ने कहा मुझे ख़ुशी है कि यह सम्मेलन न केवल एक वैचारिक मंच है, बल्कि यह हम सबकी साझी आकांक्षाओं और राष्ट्रीय लक्ष्यों व भविष्य की दिशा को निर्धारित करने का एक प्रेरक अवसर भी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विजन 2047' के तहत भारत 10 वर्षों के अंदर तीव्र गति से विकास की ओर बढ़ा है। हमें गर्व है देश के ऐसे प्रधानमंत्री पर जिनके पास भारत को विकसित बनाने की नीति और नियत दोनों हैं। 

शिक्षण संस्थानों में टिंकरिंग लैब स्थापित की गई

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा के विश्व विद्यालयों में इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित किए गए हैं। शिक्षण संस्थानों में टिंकरिंग लैब स्थापित की गई हैं। इसके अलावा अटल इनोवेशन को जमीन पर लागू करने के लिए विद्यार्थियों में अनुसंधान की प्रवृत्ति को बढ़ाया जा रहा है। गुरुग्राम में हरियाणा इनोवेशन हब स्थापित किया गया है। इसके साथ ही हर जिले में भी इनोवेशन हब बनाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र और विकास के हर पहलू में ए.आई. का बड़ा महत्व है। इसलिए हरियाणा में ए.आई. मिशन का गठन कर गुरुग्राम और पंचकूला में एक-एक हब स्थापित किया जाएगा। 

युवाओं और पेशेवरों को अति-आधुनिक तकनीकों में प्रशिक्षित किया जाएगा

इनमें हरियाणा के 50 हजार से अधिक युवाओं और पेशेवरों को अति-आधुनिक तकनीकों में प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे युवा नई नौकरियों और अवसरों के लिए तैयार हो सकेंगे। इस सम्मेलन में स्वदेशी शोध संस्थान, नई दिल्ली, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार, इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय, मध्य प्रदेश और यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्डर, नॉर्वे के पदाधिकारियों ने भाग लिया। 

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