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The Haryana Story | अमरनाथ यात्रा 2024 - 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त को समाप्त होगी यात्रा

अमरनाथ यात्रा 2024 - 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त को समाप्त होगी यात्रा

लोकसभा चुनाव के कारण 2 महीने की बजाय सिर्फ 45 दिन होगी यात्रा की अवधि

अमरनाथ यात्रा 2024

बाबा बर्फानी के भक्तों को अमरनाथ यात्रा के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि अमरनाथ यात्रा 2024 का आयोजन तथा इसकी तारीखों की घोषणा हो चुकी है। इस बार यह यात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त को समाप्त होगी। इस बार यात्रा की अवधि लोकसभा चुनाव के कारण 2 महीने की बजाय सिर्फ 45 दिन होगी। अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन 15 अप्रैल से 2024 से शुरू होगा।

इस धाम की यात्रा से 23 तीर्थों का पुण्य प्राप्त होता है

उल्लेखनीय है कि अमरनाथ यात्रा का पवित्र धाम समुद्र तल से 3800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। जहां पर महादेव का बर्फ के शिवलिंग रूप में विराजमान है। इस धाम की यात्रा से 23 तीर्थों का पुण्य प्राप्त होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार गुफा में मौजूद बर्फ का शिवलिंग पूरी तरह प्राकृतिक रूप से ही बनता है। इस गुफा में भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था, इसलिए इसे अमरनाथ धाम कहा गया। यह शिवलिंग ठोस बर्फ से निर्मित होता है।

अनमोल होते हैं यहां के अनुभव 

मान्यता है कि बाबा बर्फानी के दर्शन करने से काशी में लिंग दर्शन और पूजा से दस गुना, प्रयाग से सौ गुना और नैमिषारण्य तीर्थ से हजार गुना अधिक पुण्य प्राप्त होता है। अमरनाथ यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय गुरु पूर्णिमा और श्रावण पूर्णिमा होता है। इस यात्रा को बेहद कठिन माना जाता है, लेकिन यहां पर पाए जाने वाले अनुभव अनमोल होते हैं। इस यात्रा के दौरान पर्यटकों को विभिन्न धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों का भी दर्शन करने का अवसर मिलता है। यहां पर कई गुफाएं, पहाड़ी झीलें, वन्य फूल और बर्फबारी की खूबसूरती का अनुभव किया जा सकता है।

यात्रा के दौरान रखें ध्यान

इस यात्रा में भाग लेने से पहले सभी पर्यटकों को अपनी स्वास्थ्य और तनाव को ध्यान में रखना चाहिए। ऊंचाई के कारण ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, इसलिए पर्यटकों को उचित तैयारी के साथ यात्रा को करना चाहिए। पर्यटकों को मास्क पहनकर, सैनिटाइजर का उपयोग करके, सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए यात्रा को करना चाहिए। अमरनाथ यात्रा 2024 का आयोजन तथा इसकी तारीखों की घोषणा हो चुकी है, जिसमें यात्रा के महत्व, पूज्य धाम का विवरण, और यात्रा के अनुभवों का वर्णन भी किया गया है। पर्यटकों को यात्रा के समय और तैयारी के बारे में जानकारी दी गई है, ताकि वे इस यात्रा का अनुभव कर सकें।

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